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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शारीरिक शिक्षा - खेलकूद चोटें एवं कायिक चिकित्सा

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2805
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शारीरिक शिक्षा - खेलकूद चोटें एवं कायिक चिकित्सा - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- मांसपेशियों के पुनर्वास और मजबूती के लिये योग आसन के साथ चिकित्सीय महत्व का वर्णन कीजिये।

अथवा
मांसपेशियों की मजबूती और पुनर्वास के लिये योग आसन और स्वास्थ्य के अन्य टिप्स का वर्णन कीजिये।

उत्तर -

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यदि नियमित रूप से योगाभ्यास किया जाये तो इससे मांसपेशियों की समस्या दूर करने में मदद मिल सकती है। इससे मांसपेशियों का बेहतर पुनर्वास और मजबूती आ जाती है। इस सन्दर्भ में योगाचार्यों का मानना है कि कोर से लेकर हैमस्ट्रिंग और कूल्हे की मांसपेशीयों पर होने वाले अतरिक्त तनाव को कम करने के लिये प्रतिदिन योग का अभ्यास का अत्यधिक महत्व है। योगाचार्य मॉसपेशियों के पुनर्वास और मजबूती के लिये जिन प्रमुख आसानों को करने की सलाह देते हैं उनमें से प्रमुख हैं-

1- नौकासन -  मांसपेशियों को मजबूत स्वस्थ और सक्रिय बनाने के लिये नौकासन योग के अभ्यास को योगाचार्य और स्वास्थ्य विशेषक काफी कारगर मानते है। नौकासन छाती को खोलता है और हिप फ्लेक्सर्स और एडिक्टर मसल्स (मांसपेशियाँ जो कूल्हे के विस्तार में मदद करती हैं, को मजबूत करते हुये कोर में मांसपेशियों की जकड़न को कम करने के साथ शरीर के लचीलेपन में सुधार करने में सहायक है।

2. नौकासन कैसे करे - पीठ के बल लेट जायें। हाथों को भी समान्तर रखें। श्वास लें। पैरों, भुजाओं, घड़ और सिर को एक साथ पृथ्वी सतह से धीरे-धीरे ऊपर उठाये। एक बात का विशेष ध्यान रखें सिर और पैर लगभग एक ही ऊँचाई पर रहे। जितनी देर इस अवस्था में रह सकते हैं उतनी देर रूके। यह आसन पूर्ण नौकासन कहलाता है।

इस आसन को करते समय अपना ध्यान, अनाहत चक्र मणिपूरक चक्र और स्वाधिष्ठान चक्र पर केन्द्रित रखे।

नौकासन का नियमित अभ्यास सम्पूर्ण शरीर के लिये लाभकारी होता है इसके प्रमुख लाभ इस प्रकार है- 

1- नौकासन पेट की मांसपेशियों को टोन और मजबूत करता है।
2- इस आसन से पीठ को मजबूती मिलती है।
3- यह आसन संतुलन और पाचन में सुधार लाने के लिये लाभकारी है।
4- पेट की आँतों पर इस आसन का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
5- यह आसन शारीरिक और मानसिक तनाव से राहत दिलाता है।
6- यह आसन यकृत, पित्राशय, प्लीहा की समुचित देख भाल कर उन्हें मजबूती प्रदान करता है।
7- यह आसन अपने स्थान से हटी हुई नाभि को ठीक करता है।
8- इस आसन से किडनी, थायरॉयड और प्रोस्टेट ग्रंथियों को सक्रियता व सबलता मिलती
9. यह आसन मेरूदण्ड को मजबूती प्रदान करता है।
10- पेट में उत्पन्न कृमि का यह आसन नाश करता है।
11- पैरों को बल मिलता है।
12- लटकते पेट को यह सुडौल बनाता है।

इसके मॉसपेशियों की मजबूती और पुनर्वास के लिये निम्नलिखित आसन भी प्रभावशाली है। इनका योग्य योगाचार्य से प्रशिक्षण लेकर क्षमता के अनुसार उपयोग करना चाहिये-

1. ताड़ासन या पर्वत मुद्रा
2. उत्कटासन या कुर्सी मुद्रा
3. वीरभद्रासन या वारियर्स मुद्रा
4. आनन्द बालासन या हैप्पीबेबी पोज
5. कीगल आसन
6. कुक्कुटासन

मांसपेशियों की मजबूती और पुनर्वास के महत्वपूर्ण टिप्स - मांसपेशियों की मजबूती और पुनर्वास के लिये केवल वर्क आउट ही काफी नहीं है बल्कि इसके लिये प्रतिदिन की दिनचर्या पर ध्यान देना होता है जिसका सीधा प्रभाव मांसपेशियों की मजबूती और पुनर्वास पर पड़ता है मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिये निम्न बिन्दुओं पर ध्यान देना होगा-

1- खान-पान में पोषक तत्व - फिटनेस एक्सपर्ट्स का मानना है कि खान-पान का शरीर और मांसपेशियों में वृद्धि और उनकी मजबूती के लिये पोषक तत्वों की आवश्कता होती है। इसके लिये खान-पान में प्रोटीन, कार्ब्स और फैट (वसा) को अवश्य शमिल करना चाहिये जो कि प्रोटीन डेयरी उत्पाद, अण्डों, मछली, से प्राप्त होती है। वर्तमान समय में प्रोटीन संबंधित अनेकों दवाये और पाउडर भी बाजार में उपलब्ध हैं जिन्हें चिकित्सक की सलाह पर लिया जा सकता है। यदि आप शाकाहारी हैं तो साबुत अनाज (मूंग, चना, सोयाबीन) नट्स मूंगफली, बादाम आदि को अपने खान-पान में शामिल कर मांसपेशियों को मजबूत कर उनका पुनर्वास कर सकते हैं।

2- यौगिक व्यायाम - स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि स्ट्रेच बढ़ाने वाले व्यायाम शरीर को दुरूस्त रखने का एक अच्छा तरीका है। यह मानव और उसकी मांसपेशियों को सक्रियता और मजबूती प्रदान करते हैं। व्यायाम मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करते है इसके लिये स्ट्रेच व्यायाम के साथ ग्लूट्स, क्वाइस और हैमस्ट्रिंग पर ध्यान देना चाहिये। यौगिक व्यायाम की समय सीमा और आवृत्ति को धीरे-धीरे क्षमता के अनुसार बढ़ायें, अति से बचे व्यायाम उस सीमा तक करें जहाँ तक आप स्वयं को तरोताजा महसूस कर रहे हैं।

3- कार्डियो वर्क आउट - मांसपेशियों की मजबूती और पुनर्वास के लिये कार्डियो वर्क आउट एक बेहतरीन तरीका है।

कार्डियों व्यायाम शरीर के रक्त संचार को संतुलित और स्वस्थ्य करता है जिसे मांसपेशियों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होती है जो कि मांसपेशियों के पुनर्वास और मजबूती के लिये आवश्यक होती है।

4- पर्याप्त और अच्छी नींद - शरीर को अच्छी और पर्याप्त नींद की आवश्कता होती है। दिन भार के कामों, व्यायाम के बाद, मांसपेशियाँ दिन में सेवन किये गये पोषक सन्तुलित खान- पान का उपयोग कर मांसपेशियों का निर्माण और मजबूत करने के लिये जिस चीज की आवश्यकता होती है वह नींद है। इसलिये मजबूत मांसपेशियों के पुनर्वास के लिये पर्याप्त नींद की अत्यधिक आवश्यकता है।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- खेलों में लगने वाली सामान्य चोटों के विषय में आप क्या जानते हैं?
  2. प्रश्न- खेलों के दौरान चोटों की रोकथाम करने के सामान्य सिद्धान्त क्या हैं?
  3. प्रश्न- खेलों में चोट की अवधारणा से आप क्या समझते हैं?
  4. प्रश्न- खेलों में लगने वाली सामान्यतः चोटों के दो कारणों का उल्लेख कीजिये।
  5. प्रश्न- स्पोर्ट्स फिजियोथेरपी से आप क्या समझते हैं?
  6. प्रश्न- खेल चिकित्सा विज्ञान से आपका क्या अभिप्राय है?
  7. प्रश्न- एथलेटिक चोटों से आपका क्या अभिप्राय है? यह कितने प्रकार की होती हैं?
  8. प्रश्न- ट्रॉमेट्रिक इंजरी से आप क्या समझते हैं? इसके अन्तर्गत कौन-कौन सी चोटें आती हैं?
  9. प्रश्न- अवधि के आधार पर चोटें क्या हैं? यह कितने प्रकार की होती हैं?
  10. प्रश्न- ऐंठन (Cramp) से क्या अभिप्राय है? इसके क्या कारण हैं?
  11. प्रश्न- सनबर्न (Sunburn) से आपका क्या अभिप्राय है? इसके प्रमुख लक्षण और होने वाली समस्याओं का वर्णन कीजिये?
  12. प्रश्न- चोट लगने के क्या लक्षण होते हैं?
  13. प्रश्न- चोट लगने के जोखिम के प्रमुख कारक कौन-से हैं?
  14. प्रश्न- खेल में चोट से क्या तात्पर्य है। इसके विभिन्न भेदों का वर्णन कीजिए।
  15. प्रश्न- खेल चोटों के प्रकारों को स्पष्ट करते हुए डिसलोकेशन व स्प्रेन के कारण, लक्षण व उपचार का विस्तृत वर्णन कीजिए।
  16. प्रश्न- सामान्य खेल चोटों के उपचार पर टिप्पणी लिखिए।
  17. प्रश्न- खेल में चोटों के प्रकार पर टिप्पणी लिखिए।
  18. प्रश्न- मुख्य खेल चोटें कौन-सी हैं? संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  19. प्रश्न- खेल चोटें पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  20. प्रश्न- खेलों में चोटें क्या होती है?
  21. प्रश्न- स्नायुबंधन मोच से आप क्या समझते है? इसके लक्षण व निदान का वर्णन कीजिये?
  22. प्रश्न- मांसपेशिय तनाव से आप क्या समझते हैं? मांसपेशिय तनाव के कारण और निवारण से संक्षिप्त लेख लिखें।
  23. प्रश्न- टेण्डन और लिंगामेन्ट में क्या अन्तर है?
  24. प्रश्न- कन्धे की अकड़न (फ्रोजन शोल्डर) से आपका क्या अभिप्राय है? इसके लक्षणों का वर्गीकरण कीजिये?
  25. प्रश्न- पीठ (पीछे) के तनाव से आप क्या समझते हैं?
  26. प्रश्न- टेनिस एल्बो से आपका क्या अभिप्राय है? टेनिस एल्बो के लक्षण और निदान का संक्षिप्त वर्णन कीजिये।
  27. प्रश्न- गोल्फर की कोहनी क्या है? इसके कारण, लक्षण और निदान पर संक्षिप्त प्रकाश डालिये?
  28. प्रश्न- टेनिस एल्बो और गोल्फर एल्बो में क्या अन्तर है?
  29. प्रश्न- "धावक का घुटना" से आपका क्या अभिप्राय है? इसके लक्षणों और उपचार को समझाइये?
  30. प्रश्न- पिंडलियों में दर्द से आपका क्या अभिप्राय है? इसके कारण व लक्षणों का वर्णन कीजिये?
  31. प्रश्न- फफोले क्या हैं? इनसे बचाव के उपाय बताये?
  32. प्रश्न- छालों से आप क्या समझते हैं? छालों के कारण, लक्षण और बचाव के सामान्य उपायों को समझाइये?
  33. प्रश्न- रक्त गुल्म क्या है? इसके कारण और लक्षणों पर प्रकाश डालिये?
  34. प्रश्न- प्राथमिक सहायता से आपका क्या अभिप्राय है? इसके क्षेत्र व आवश्यक सिद्धान्तों की विवेचना कीजिए।
  35. प्रश्न- प्राथमिक सहायक (चिकित्सक) के कर्त्तव्यों का वर्णन कीजिए।
  36. प्रश्न- प्राथमिक सहायक के गुणों पर विस्तृत टिप्पणी लिखिए।
  37. प्रश्न- एक प्राथमिक सहायता देने वाले के रूप में आप अपने मित्र की निम्न स्थितियों में कैसे सहायता करेंगे? (1) मोच (3) घाव (2) हड्डी का टूटना (अस्थि भंग) (4) सर्प दंश या साँप का काटना।
  38. प्रश्न- रक्त स्त्राव के बाह्य और आंतरिक कारणों पर प्रकाश डालिए। आप इसके लिए प्राथमिक सहायता कैसे देंगे? स्पष्ट कीजिए।
  39. प्रश्न- खिंचाव व मोच से आप क्या समझते हैं? इसकी विस्तृत विवेचना कीजिए।
  40. प्रश्न- प्राथमिक चिकित्सा में उपचार की प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए इनके आवश्यक उपकरणों का वर्णन कीजिए।
  41. प्रश्न- प्राथमिक चिकित्सा की परिभाषा एवं अर्थ स्पष्ट करते हुए एक अच्छे प्राथमिक चिकित्सक के गुणों का वर्णन कीजिए।
  42. प्रश्न- 'प्राथमिक चिकित्सा' को परिभाषित कर उसके मुख्य घटकों का उल्लेख कीजिये तथा शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद में प्राथमिक चिकित्सा की अपरिहार्यता पर समालोचनात्मक मत प्रकट कीजिये।
  43. प्रश्न- प्राथमिक उपचार का अर्थ एवं परिभाषा स्पष्ट कीजिए।
  44. प्रश्न- प्राथमिक सहायता से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
  45. प्रश्न- प्राथमिक सहायता की आवश्यकता व महत्व को स्पष्ट कीजिए।
  46. प्रश्न- प्राथमिक सहायता के क्षेत्र का उल्लेख कीजिए।
  47. प्रश्न- अस्थि भंग का उल्लेख कीजिए।
  48. प्रश्न- अस्थि-विस्थापन पर टिप्पणी कीजिए।
  49. प्रश्न- प्राथमिक चिकित्सक के गुणों का वर्णन कीजिए।
  50. प्रश्न- प्राथमिक चिकित्सक की प्राथमिकताएँ स्पष्ट कीजिए।
  51. प्रश्न- हड्डी उतरने पर प्राथमिक चिकित्सा पर टिप्पणी लिखिए।
  52. प्रश्न- W.H.O. पर टिप्पणी लिखिए।
  53. प्रश्न- आसन से आप क्या समझते हैं? अच्छे आसन की उपयोगिता की विवेचना कीजिए।
  54. प्रश्न- अनुचित आसन के कारणों, प्रभावों एवं हानियों को विस्तार से समझाइये |
  55. प्रश्न- आसन सम्बन्धी विकृतियों से आप क्या समझते हैं? आसन सम्बन्धी विकृतियों के कारण तथा उनके उपचार का वर्णन कीजिए।
  56. प्रश्न- लार्डोसिस तथा सपाट पाँव के कारणों का उल्लेख कीजिये तथा इन्हें दूर करने के लिए उपचारात्मक व्यायामों का वर्णन कीजिये।
  57. प्रश्न- उचित आसन के क्या लाभ हैं? स्पष्ट कीजिए।
  58. प्रश्न- उचित आसन एवं अनुचित आसन से आप क्या समझते हैं? अनुचित आसन से हानियाँ स्पष्ट कीजिए।
  59. प्रश्न- अनुचित आसन के प्रमुख कारणों का उल्लेख कीजिए।
  60. प्रश्न- अग्रकुब्जता या धँसी हुई कमर विकृति पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  61. प्रश्न- निम्नलिखित पर टिप्पणियाँ लिखिए
  62. प्रश्न- आसन को समझाते हुए आसनीय विकृतियों के नाम लिखिए।
  63. प्रश्न- पीठ दर्द क्या है? पीठ दर्द क्यों होता है? इसके उपचार को सरल शब्दों में समझाये।
  64. प्रश्न- गर्दन के दर्द से आपका क्या अभिप्राय है? इसके कारण, उपचार और प्रमुख योगासन का वर्णन कीजिये।
  65. प्रश्न- अनुचित मुद्रा से कौन-कौन से विकार उत्पन्न हो जाते हैं?
  66. प्रश्न- अनुचित मुद्राओं को कैसे सुधारें?
  67. प्रश्न- सामान्य मुद्रा में सुधार के उपायों का वर्णन कीजिये?
  68. प्रश्न- अनुचित मुद्रा क्या है? इसके लक्षण बताइये।
  69. प्रश्न- पुनर्वास को परिभाषित करते हुए इसके उद्देश्य एवं क्षेत्र की व्याख्या कीजिए।
  70. प्रश्न- चोट पुनर्वास से आप क्या समझते हैं? विस्तृत विवेचना कीजिए। चोट पुनर्वास की विधियों पर टिप्पणी लिखिए।
  71. प्रश्न- खेल चोट पुनर्वास में ठण्डी चिकित्सा (क्रायोथेरेपी) की तकनीक व प्रभाव का वर्णन कीजिए।
  72. प्रश्न- आर. आई. सी. ई. से आप क्या समझते है?
  73. प्रश्न- DRABC से आपका क्या तात्पर्य है? इसके चरणों का वर्णन कीजिये?
  74. प्रश्न- शीत चिकित्सा पर टिप्पणी लिखिए।
  75. प्रश्न- पुनर्वास क्या है? पुनर्वास काउंसिल ऑफ इंडिया का रोल स्पष्ट कीजिए।
  76. प्रश्न- चोट पुनर्वास के लक्ष्य स्पष्ट कीजिए।
  77. प्रश्न- पट्टियों के प्रकार की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  78. प्रश्न- टैपिंग क्या है? इसके उद्देश्य, और सिद्धान्तों का संक्षेप में वर्णन कीजिये।
  79. प्रश्न- इलास्टिक चिकित्सीय टेप क्या है?
  80. प्रश्न- कायिक चिकित्सा' शब्द को परिभाषित कीजिए और इसके सहायक सिद्धान्तों को विस्तार से लिखिए।
  81. प्रश्न- शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में 'कायिक चिकित्सा' का क्या महत्त्व है?
  82. प्रश्न- कायिक चिकित्सा का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
  83. प्रश्न- कायिक चिकित्सा के महत्त्व का वर्णन कीजिए।
  84. प्रश्न- प्रतिरोधी व्यायाम को स्पष्ट करते हुए इसकी तकनीकी का वर्णन कीजिए।
  85. प्रश्न- मालिश से क्या समझते हैं? मालिश के सामान्य विचारों के बारे में संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  86. प्रश्न- मालिश के प्रकार को दर्शाते हुए किन्हीं चार प्रकारों का विस्तृत वर्णन कीजिए।
  87. प्रश्न- मालिश के प्रभाव से आप क्या समझते हैं? शरीर के विभिन्न अंगों पर पड़ने वाले प्रभाव का वर्णन कीजिए।
  88. प्रश्न- मालिश के निम्न प्रकारों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए-
  89. प्रश्न- मालिश का परिचय दीजिए।
  90. प्रश्न- मालिश के संक्षिप्त इतिहास का वर्णन कीजिए।
  91. प्रश्न- रगड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  92. प्रश्न- मालिश के रक्त संचरण व पेशी तंत्र पर पड़ने वाले प्रभाव को लिखिए।
  93. प्रश्न- मालिश के सिद्धान्त पर टिप्पणी लिखिए। मालिश के सिद्धान्त क्या हैं?
  94. प्रश्न- मालिश के प्रतिषेध से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
  95. प्रश्न- खेलों में मालिश पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  96. प्रश्न- जल चिकित्सा का अर्थ एवं इसका उपयोग स्पष्ट कीजिए।
  97. प्रश्न- शीत चिकित्सा या क्रायोथ्रेपी से आप क्या समझते हैं? शीत चिकित्सा की उपचार तकनीक और इलाज में उपयोग एवं प्रभाव की विवेचना कीजिए।
  98. प्रश्न- थर्मोथैरेपी उपचार के परिचय और प्रदर्शन के बारे में लिखिए।
  99. प्रश्न- थर्मोथैरेपी पर टिप्पणी लिखिए।
  100. प्रश्न- सौना स्नान का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  101. प्रश्न- ठंडा और गर्म स्नान पर टिप्पणी लिखिए।
  102. प्रश्न- 'भंवर स्नान' चिकित्सा विधि का उल्लेख कीजिए।
  103. प्रश्न- भाप स्नान से आप क्या समझते हैं? इसके लाभ का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  104. प्रश्न- विद्युत चिकित्सा एवं अवरक्त चिकित्सा से आप क्या समझते हैं? इन्फ्रारेड किरणों के साथ चिकित्सा उपचार का वर्णन कीजिए।
  105. प्रश्न- डायथर्मी चिकित्सा से आपका क्या अभिप्राय है? डायधर्मी के प्रकार का वर्णन कीजिए।
  106. प्रश्न- पराबैंगनी किरणों से आप क्या समझते हैं? परागबैंगनी किरणों के द्वारा उपचार का वर्णन कीजिए।
  107. प्रश्न- विद्युत चिकित्सा पर टिप्पणी लिखिए।
  108. प्रश्न- अल्प तरंग डायथर्मी का वर्णन कीजिए।
  109. प्रश्न- इन्फ्रारेड किरणों का लाभ स्पष्ट कीजिए।
  110. प्रश्न- शार्ट वेव डायथर्मी के उपयोग को स्पष्ट कीजिए।
  111. प्रश्न- उपचारिक व्यायाम के क्षेत्र और वर्गीकरण की विवेचना कीजिए।
  112. प्रश्न- उपचारिक व्यायाम को परिभाषित कीजिए और इसके सिद्धान्तों एवं नियमों की विवेचना कीजिए।
  113. प्रश्न- मांसपेशियों के पुनर्वास और मजबूती के लिये योग आसन के साथ चिकित्सीय महत्व का वर्णन कीजिये।
  114. प्रश्न- योग में पुनर्वास क्या है? समझाइये?
  115. प्रश्न- उपचारिक व्यायाम के विभिन्न उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
  116. प्रश्न- उपचारिक व्यायामों का प्रभाव स्पष्ट कीजिए।
  117. प्रश्न- प्रतिरोधी व्यायाम से आप क्या समझते हैं? प्रतिरोधी व्यायाम की तकनीक को स्पष्ट कीजिए।
  118. प्रश्न- मुक्त व्यायाम की संक्षिप्त विवेचना कीजिए।
  119. प्रश्न- पुनर्वास क्या है इसकी आवश्यकता किन रोगों में होती है?
  120. प्रश्न- योग हमारे जीवन को किस प्रकार प्रभावित करता है?
  121. प्रश्न- ताड़ासन का संक्षेप में वर्णन कीजिये?
  122. प्रश्न- कुक्कुटासन की विधि और लाभ वर्णन कीजिये।

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